हनुमान जी की पूजा का दूसरा शुभ मुहूर्त आरम्भ, इस विधि से करें व्रत का पारण

🕒 2025-06-13

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📍 Location: Tripura , India

🌍 Country: India

हनुमान जी की पूजा का दूसरा शुभ मुहूर्त आरम्भ, इस विधि से करें व्रत का पारण ऐसे करें व्रत का पारण : हनुमान जन्मोत्सव के व्रत का पारण करने के लिए शाम के समय गेंहू के आटे की पूड़ी, पराठा या हलुआ खा सकते हैं। इस दौरान नमक का सेवन भूलकर भी न करें। आप चाहें तो फलों का सेवन कर सकते हैं। अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता : अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता’ पंक्ति हनुमानजी के बारे में ही है। पुराणों के अनुसार, केवल वही ऐसे देव हैं, जो अष्ट सिद्धियों और नौ निधियों से सम्पन्न हैं। अणिमा, महिमा, लघिमा, गरिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, इशित्व तथा वशित्व ‘अष्टसिद्धियां’ कहलाती हैं। नव रत्नों को ही नौ निधि कहा जाता है। ये हैं— पद्म, महापद्म, शंख, मकर, कच्छप, मुकुंद, कुंद, नील और खर्व। सांसारिक जगत के लिए ये निधियां भले ही बहुत महत्व रखती हों, लेकिन भक्त हनुमान के लिए तो केवल राम नाम की मणि ही सबसे ज्यादा मूल्यवान है। हनुमान जयंती पूजा के लिए सामग्री : भगवान हनुमान कलयुग के देवता हैं। माना जाता है कि भगवान हनुमान आज भी इस पृथ्वी पर सशरीर विचरण करते हैं। हनुमान जयंती पर हनुमान जी की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है। हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की पूजा करने के लिए लकड़ी की चौकी, लाल कपड़ा, सिंदूर, चमेली का तेल, जनेऊ, चोला, लंगोट, गुलाब के फूल, तुलसीपत्र और पान का बीड़ा। कुछ ही देर में हनुमान जी की पूजा का दूसरा शुभ मुहूर्त, पढ़िए शक्तिशाली स्तुति जय बजरंगी जय हनुमाना, रुद्र रूप जय जय बलवाना, पवनसुत जय राम दुलारे, संकट मोचन सिय मातु के प्यारे॥ जय वज्रकाय जय राम केरू दासा, हृदय करतु सियाराम निवासा, न जानहु नाथ तोहे कस गोहराई, राम भक्त तोहे राम दुहाई॥ विनती सुनहु लाज रखहु हमारी, काज कौन जो तुम पर भारी, अष्टसिद्धि नवनिधि केरू भूपा, बखानहु कस विशाल अति रूपा॥ धर्म रक्षक जय भक्त हितकारी, सुन लीजे अब अरज हमारी, भूत प्रेत हरहु नाथ बाधा, सन्तापहि अब लाघहु साधा॥ मान मोर अब हाथ तुम्हारे, करहु कृपा अंजनी के प्यारे, बन्दतु सौरभ दास सुनहु पुकारी, मंगल करहु हे मंगलकारी॥ कोर्ट-कचहरी या अन्य कष्टों से मुक्ति के लिए : शास्त्रों में हनुमान जी को मंगलवार और शनिवार के दिन चोला चढ़ाना शुभ माना जाता है। बजरंगबली को चोला चढ़ाने से शनि की साढ़ेसाती और ढैया से छुटकारा मिलता है। हनुमानजी को विधि-विधान से चोला चढ़ाने से जीवन में भूत-पिशाच, शनि व ग्रहबाधा, रोग-शोक, कोर्ट-कचहरी के विवाद, दुर्घटना या कर्ज, चिंता आदि परेशानियों से मुक्ति मिलती है। हनुमान जन्मोत्सव के दिन करें ये 3 कार्य राम नाम चढ़ाएं हनुमान जी की पूजा के दौरान हमेशा राम नाम चढ़ाना चाहिए। आप भी इस दिन पीपल के पत्ते पर चमेली के तेल और सिन्दूर से 'राम' नाम लिखें। बाद में उसे हनुमान जी को चढ़ा दें। आटे का दीपक हनुमान जन्मोत्सव पर पूजा के दौरान बजरंगबली के सामने आटे का दीपक जलाएं। ऐसा करने से कर्ज से मुक्ति मिल सकती है। पान का बीड़ा हनुमान जन्मोत्सव के दिन मंदिर में पूजा-पाठ के बाद बजरंगबली को पान का बीड़ा अर्पित करें। ऐसा करने से हनुमान जी को प्रसन्न कर सकते हैं। हनुमान जयंती पर महिलाएं करें पूजा, तो रखें इन बातों का ध्यान : हनुमान जन्मोत्सव पर यदि महिलाएं बजरंगबली की पूजा अर्चना करती हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। महिलाओं को हनुमान जी के सामने सिर नहीं झुकाना चाहिए क्योंकि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी थे और उन्होंने माता सीता को अपनी मां माना था । कहते है पवनपुत्र हनुमान स्वयं महिलाओं के आगे झुक सकते हैं। ' हनुमान जी की प्रतिमा पर महिलाओं को ना कभी जल और ना कभी भी वस्त्र चढ़ाने चाहिए। महिलाओं को हनुमान जी की पूजा में कभी सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए और ना ही उनके चरण छूने चाहिए। हनुमान जी को कुछ भी अर्पित करते समय उनके सामने रखना चाहिए।

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